Sunday, 24 August 2025

Which Indian Party Is best??

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और प्रमुख राजनीतिक दलों (जैसे बीजेपी, कांग्रेस, आप, और क्षेत्रीय दल) के विकास कार्यों और उनके बेकार कार्यों (यानी नकारात्मक प्रभाव) का तुलनात्मक विश्लेषण करूँ। इसके लिए मैं उनके प्रभाव क्षेत्र के आधार पर 100% मानकर, विकास कार्यों (सकारात्मक प्रभाव) और बेकार कार्यों (नकारात्मक प्रभाव) का प्रतिशत अनुमान लगाऊँगी। फिर, सकारात्मक प्रभाव के आधार पर क्रमबद्ध सूची बनाऊँगी, जिसमें सबसे प्रभावी पार्टी/संगठन ऊपर और सबसे कम प्रभावी नीचे होगा। मैं यह विश्लेषण तथ्यों, उपलब्ध जानकारी, और तार्किक अनुमान के आधार पर करूँगी, बिना पक्षपात के। विश्लेषण की प्रक्रिया 1. प्रभाव क्षेत्र का निर्धारण : प्रत्येक संगठन/दल का प्रभाव क्षेत्र अलग है। उदाहरण के लिए, आरएसएस का प्रभाव सामाजिक-सांस्कृतिक है, बीजेपी का राष्ट्रीय नीति निर्माण में, कांग्रेस का ऐतिहासिक और राष्ट्रीय, आप का क्षेत्रीय (दिल्ली), और क्षेत्रीय दलों का उनके राज्यों में। मैं उनके प्रभाव क्षेत्र को 100% मानूँगी। 2. विकास कार्य (सकारात्मक प्रभाव) : इसमें आर्थिक सुधार, बुनियादी ढांचा, सामाजिक कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सांस्कृतिक एकता जैसे योगदान शामिल होंगे। मैं प्रत्येक के योगदान को उनके प्रभाव क्षेत्र के हिसाब से प्रतिशत में अनुमानित करूँगी। 3. बेकार कार्य (नकारात्मक प्रभाव) : इसमें नीतियों या गतिविधियों से हुए नुकसान, जैसे ध्रुवीकरण, भ्रष्टाचार के आरोप, या कार्यान्वयन में विफलता, शामिल होंगे। यह भी उनके प्रभाव क्षेत्र के हिसाब से प्रतिशत में अनुमानित होगा। 4. कुल प्रभाव स्कोर : सकारात्मक प्रभाव को प्राथमिकता देते हुए, मैं नकारात्मक प्रभाव को घटाकर एक अंतिम स्कोर निकालूँगी। स्कोर = सकारात्मक प्रभाव (%) - बेकार कार्य (%)। 5. क्रम : सबसे अधिक सकारात्मक प्रभाव स्कोर वाली पार्टी/संगठन को सबसे ऊपर और सबसे कम को नीचे रखूँगी। तुलनात्मक विश्लेषण 1. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) - प्रभाव क्षेत्र : सामाजिक, सांस्कृतिक, और स्वयंसेवी गतिविधियाँ; अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी के माध्यम से नीति प्रभाव। इसका प्रभाव पूरे भारत में, विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में, और वैचारिक रूप से मजबूत है। प्रभाव क्षेत्र को 100% मानें। - विकास कार्य (सकारात्मक प्रभाव) : - शिक्षा : विद्या भारती के तहत 12,000+ स्कूल, 35 लाख छात्र, खासकर ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में। (लगभग 20%) - सामाजिक सेवा : सेवा भारती और वनवासी कल्याण आश्रम के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, और स्वरोजगार। कोविड-19 में 1.5 करोड़ भोजन पैकेट वितरित। (लगभग 20%) - आपदा प्रबंधन : गुजरात भूकंप (2001), केरल बाढ़ (2018), और अन्य आपदाओं में त्वरित राहत कार्य। (लगभग 15%) - सामाजिक समरसता : हिंदू सम्मेलन और दलित उत्थान के प्रयास, जैसे 1934 में दलित भोज। (लगभग 10%) - कुल सकारात्मक प्रभाव : लगभग 65%। - बेकार कार्य (नकारात्मक प्रभाव) : - सामाजिक ध्रुवीकरण : हिंदुत्व पर जोर देने से कुछ समुदायों में ध्रुवीकरण की आलोचना, जैसे बाबरी मस्जिद विध्वंस (1992) में कथित भूमिका। (लगभग 15%) - सीमित प्रत्यक्ष नीति प्रभाव : नीति निर्माण में प्रत्यक्ष भागीदारी न होने से प्रभाव सीमित। (लगभग 10%) - कुल नकारात्मक प्रभाव : लगभग 25%। - कुल प्रभाव स्कोर : 65% - 25% = 40%। 2. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) - प्रभाव क्षेत्र : राष्ट्रीय स्तर पर शासन, नीति निर्माण, और बुनियादी ढांचा विकास। 2014 से केंद्र में और कई राज्यों में

राज्यों में। मैं बीजेपी के विश्लेषण को पूरा करती हूँ और फिर बाकी दलों और संगठनों के साथ तुलनात्मक क्रम को अंतिम रूप देती हूँ। यह विश्लेषण आपके द्वारा बताए गए तरीके पर आधारित है, जिसमें मैं प्रत्येक संगठन/दल के प्रभाव क्षेत्र को 100% मानकर उनके सकारात्मक (विकास कार्य) और नकारात्मक (बेकार कार्य) प्रभाव का प्रतिशत अनुमान लगाऊँगी, और फिर सकारात्मक प्रभाव के आधार पर ऊपर से नीचे क्रम बनाऊँगी। तुलनात्मक विश्लेषण (जारी) 2. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) - प्रभाव क्षेत्र : राष्ट्रीय स्तर पर शासन, नीति निर्माण, और बुनियादी ढांचा विकास। 2014 से केंद्र में और कई राज्यों (उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, आदि) में सत्ता। प्रभाव क्षेत्र को 100% मानें। - विकास कार्य (सकारात्मक प्रभाव) : - आर्थिक सुधार : जीएसटी, मेक इन इंडिया, और डिजिटल इंडिया ने भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में मजबूत किया। 2022 में जीडीपी वृद्धि दर लगभग 7% थी। (लगभग 20%) - बुनियादी ढांचा : भारतमाला, स्मार्ट सिटी मिशन, और हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट्स। 2023 तक 1.5 लाख किमी सड़कों का निर्माण। (लगभग 20%) - सामाजिक कल्याण : आयुष्मान भारत (50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा), उज्ज्वला योजना (9 करोड़ गैस कनेक्शन), और स्वच्छ भारत (10 करोड़ शौचालय)। (लगभग 20%) - पूर्वोत्तर विकास : सड़क, रेल, और हवाई कनेक्टिविटी में निवेश, जैसे बोगीबील पुल। (लगभग 10%) - विदेश नीति : वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति मजबूत, जैसे क्वाड और जी20 में नेतृत्व। (लगभग 10%) - कुल सकारात्मक प्रभाव : लगभग 80%। - बेकार कार्य (नकारात्मक प्रभाव) : - नोटबंदी और जीएसटी : जल्दबाजी में लागू होने से छोटे व्यवसायों और असंगठित क्षेत्र को नुकसान। (लगभग 10%) - बेरोजगारी : 2022 में युवा बेरोजगारी दर 16.8% तक पहुंची। (लगभग 5%) - सामाजिक ध्रुवीकरण : हिंदू-मुस्लिम तनाव और साम्प्रदायिक घटनाओं की आलोचना। (लगभग 5%) - कुल नकारात्मक प्रभाव : लगभग 20%। - कुल प्रभाव स्कोर : 80% - 20% = 60%। 3. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस - प्रभाव क्षेत्र : स्वतंत्रता के बाद से ऐतिहासिक शासन (1947-2014 तक कई दशक), और 2014-2025 में कुछ राज्यों (राजस्थान, छत्तीसगढ़, आदि) में सत्ता। प्रभाव क्षेत्र को 100% मानें, लेकिन हाल के वर्षों में राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव कम हुआ। - विकास कार्य (सकारात्मक प्रभाव) : - आर्थिक उदारीकरण : 1991 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का प्रवेश। (लगभग 15%) - सामाजिक कल्याण : मनरेगा (ग्रामीण रोजगार के लिए 100 दिन का काम), और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन। (लगभग 15%) - विज्ञान और प्रौद्योगिकी : इसरो, परमाणु कार्यक्रम, और पोलियो उन्मूलन। (लगभग 10%) - शिक्षा : सर्व शिक्षा अभियान ने स्कूलों में नामांकन बढ़ाया। (लगभग 10%) - कुल सकारात्मक प्रभाव : लगभग

कुल सकारात्मक प्रभाव: लगभग। मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विश्लेषण को पूरा करती हूँ और फिर बाकी दलों/संगठनों (आम आदमी पार्टी, क्षेत्रीय दल, और आरएसएस) के साथ तुलनात्मक क्रम को अंतिम रूप देती हूँ। यह विश्लेषण आपके द्वारा बताए गए तरीके पर आधारित है, जिसमें प्रत्येक संगठन/दल के प्रभाव क्षेत्र को 100% मानकर उनके सकारात्मक (विकास कार्य) और नकारात्मक (बेकार कार्य) प्रभाव का प्रतिशत अनुमान लगाया जाएगा। फिर, सकारात्मक प्रभाव के आधार पर ऊपर से नीचे क्रम बनाऊँगी। तुलनात्मक विश्लेषण (जारी) 3. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस - प्रभाव क्षेत्र : स्वतंत्रता के बाद से ऐतिहासिक शासन (1947-2014 तक कई दशक), और 2014-2025 में कुछ राज्यों (राजस्थान, छत्तीसगढ़, आदि) में सत्ता। प्रभाव क्षेत्र को 100% मानें, लेकिन 2014 के बाद राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव कम हुआ। - विकास कार्य (सकारात्मक प्रभाव) : - आर्थिक उदारीकरण : 1991 में वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का प्रवेश, जिसने निजी क्षेत्र को बढ़ावा दिया। (लगभग 15%) - सामाजिक कल्याण : मनरेगा (ग्रामीण रोजगार के लिए 100 दिन का काम), राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, और खाद्य सुरक्षा अधिनियम। (लगभग 15%) - विज्ञान और प्रौद्योगिकी : इसरो की स्थापना, परमाणु कार्यक्रम, और पोलियो उन्मूलन जैसे प्रयास। (लगभग 10%) - शिक्षा : सर्व शिक्षा अभियान ने स्कूलों में नामांकन बढ़ाया, और मिड-डे मील योजना शुरू की। (लगभग 10%) - कुल सकारात्मक प्रभाव : लगभग 50%। - बेकार कार्य (नकारात्मक प्रभाव) : - भ्रष्टाचार के आरोप : कोयला घोटाला और 2G घोटाले जैसे मामलों ने छवि खराब की। (लगभग 20%) - नीतिगत ठहराव : 2004-2014 में सुधारों की गति धीमी हुई, जिससे आर्थिक वृद्धि प्रभावित हुई। (लगभग 15%) - क्षेत्रीय असमानता : विकास का लाभ ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों तक पूरी तरह नहीं पहुँचा। (लगभग 10%) - कुल नकारात्मक प्रभाव : लगभग 45%। - कुल प्रभाव स्कोर : 50% - 45% = 5%। 4. आम आदमी पार्टी (आप) - प्रभाव क्षेत्र : मुख्य रूप से दिल्ली में शासन, और पंजाब में 2022 से सत्ता। राष्ट्रीय

राष्ट्रीय…। मैं आम आदमी पार्टी (आप) के विश्लेषण को पूरा करती हूँ और फिर बाकी संगठनों/दलों (क्षेत्रीय दल और आरएसएस) के साथ तुलनात्मक क्रम को अंतिम रूप देती हूँ। विश्लेषण आपके द्वारा बताए गए तरीके पर आधारित है, जिसमें प्रत्येक संगठन/दल के प्रभाव क्षेत्र को 100% मानकर उनके सकारात्मक (विकास कार्य) और नकारात्मक (बेकार कार्य) प्रभाव का प्रतिशत अनुमान लगाया जाएगा। फिर, सकारात्मक प्रभाव के आधार पर ऊपर से नीचे क्रम बनाऊँगी। तुलनात्मक विश्लेषण (जारी) 4. आम आदमी पार्टी (आप) - प्रभाव क्षेत्र : मुख्य रूप से दिल्ली में शासन (2015-2025, हाल की हार के साथ) और पंजाब में 2022 से सत्ता। राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव सीमित, लेकिन दिल्ली और पंजाब में मजबूत। प्रभाव क्षेत्र को 100% मानें, जो मुख्य रूप से दिल्ली और पंजाब तक सीमित है। - विकास कार्य (सकारात्मक प्रभाव) : - शिक्षा : दिल्ली में सरकारी स्कूलों का कायापलट, बेहतर बुनियादी ढांचा, और शिक्षक प्रशिक्षण। 2022 तक दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नामांकन 15% बढ़ा। (लगभग 25%) - स्वास्थ्य : मोहल्ला क्लीनिक ने कम लागत में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कीं, 2023 तक 500+ क्लीनिक स्थापित। (लगभग 20%) - बिजली और पानी : दिल्ली में 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली और 20,000 लीटर तक मुफ्त पानी; पंजाब में मुफ्त बिजली योजना लागू। (लगभग 20%) - पंजाब में प्रगति : पंजाब में 2022 से स्कूलों और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार शुरू, जैसे 100+ नए मोहल्ला क्लीनिक। (लगभग 10%) - कुल सकारात्मक प्रभाव : लगभग 75%। - बेकार कार्य (नकारात्मक प्रभाव) : - दिल्ली में हार : 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार, जिसने राष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुँचाया। (लगभग 15%) - आंतरिक कलह : पंजाब में गुटबाजी और नेतृत्व पर असंतोष, जैसे भगवंत मान के खिलाफ आलोचना। (लगभग 10%) - राष्ट्रीय विस्तार में कमी : राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव बढ़ाने में विफलता, जैसे 2024 लोकसभा चुनाव में केवल 3 सीटें। (लगभग 10%) - कुल नकारात्मक प्रभाव : लगभग 35%। - कुल प्रभाव स्कोर : 75% - 35% = 40%। 5. क्षेत्रीय दल (टीएमसी, डीएमके, बीजद, आदि) - प्रभाव क्षेत्र : अपने-अपने राज्यों में शासन (पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, ओडिशा, आदि)। राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव न्यूनतम। प्रभाव क्षेत्र को 100% मानें, जो उनके राज्यों तक सीमित है। - विकास कार्य (सकारात्मक प्रभाव) : - पश्चिम बंगाल (टीएमसी) : कन्याश्री और रूपश्री योजनाएँ, जो लड़कियों की शिक्षा और विवाह सहायता देती हैं। 2023 तक 70 लाख+ लाभार्थी। (लगभग 20%) - तमिलनाडु (डीएमके) : मुफ्त लैपटॉप, स्वास्थ्य बीमा, और औद्योगिक विकास। तमिलनाडु की जीडीपी वृद्धि 8%+। (लगभग 20%) - ओडिशा (बीजद) : आपदा प्रबंधन (चक्रवात में प्रभावी), और कलिंग स्वास्थ्य योजना। (लगभग 15%) - कुल सकारात्मक प्रभाव : लगभग 55%। - बेकार कार्य (नकारात्मक प्रभाव) : - सीमित दायरा : राष्ट्रीय नीतियों पर प्रभाव नगण्य। (लगभग 20%) - आरोप और विवाद : टीएमसी पर हिंसा के आरोप, डीएमके पर वंशवाद की आलोचना। (लगभग 15%) - असमान विकास : कुछ क्षेत्रों में विकास का लाभ सीमित। (लगभग 10%) - कुल नकारात्मक प्रभाव : लगभग 45%। - कुल प्रभाव स्कोर : 55% - 45% = 10%। 1. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) (पिछले विश्लेषण से संक्षेप) - प्रभाव क्षेत्र : सामाजिक, सांस्कृतिक, और स्वयंसेवी गतिविधियाँ। प्रभाव क्षेत्र को 100% मानें। - कुल सकारात्मक प्रभाव : शिक्षा, सामाजिक सेवा, और आपदा प्रबंधन से लगभग 65%। - कुल नकारात्मक प्रभाव : ध्रुवीकरण और सीमित नीति प्रभाव से लगभग 25%। - कुल प्रभाव स्कोर : 65% - 25% = 40%। 2. भारतीय जनता पार्टी (बीजे

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)। मैं बीजेपी के विश्लेषण को संक्षेप में दोहराकर बाकी दलों/संगठनों (कांग्रेस, आप, क्षेत्रीय दल, और आरएसएस) के साथ तुलनात्मक क्रम को अंतिम रूप देती हूँ। यह विश्लेषण आपके द्वारा बताए गए तरीके पर आधारित है, जिसमें प्रत्येक संगठन/दल के प्रभाव क्षेत्र को 100% मानकर उनके सकारात्मक (विकास कार्य) और नकारात्मक (बेकार कार्य) प्रभाव का प्रतिशत अनुमान लगाया जाता है। फिर, सकारात्मक प्रभाव के आधार पर ऊपर से नीचे क्रम बनाया जाएगा। तुलनात्मक विश्लेषण (जारी) 2. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) - प्रभाव क्षेत्र : राष्ट्रीय स्तर पर शासन, नीति निर्माण, और बुनियादी ढांचा विकास। 2014 से केंद्र में और कई राज्यों (उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, आदि) में सत्ता। प्रभाव क्षेत्र को 100% मानें। - विकास कार्य (सकारात्मक प्रभाव) : - आर्थिक सुधार : जीएसटी, मेक इन इंडिया, और डिजिटल इंडिया ने भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में मजबूत किया। 2022 में जीडीपी वृद्धि दर लगभग 7% थी। (लगभग 20%) - बुनियादी ढांचा : भारतमाला, स्मार्ट सिटी मिशन, और हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट्स। 2023 तक 1.5 लाख किमी सड़कों का निर्माण। (लगभग 20%) - सामाजिक कल्याण : आयुष्मान भारत (50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा), उज्ज्वला योजना (9 करोड़ गैस कनेक्शन), और स्वच्छ भारत (10 करोड़ शौचालय)। (लगभग 20%) - पूर्वोत्तर विकास : सड़क, रेल, और हवाई कनेक्टिविटी में निवेश, जैसे बोगीबील पुल। (लगभग 10%) - विदेश नीति : क्वाड और जी20 जैसे मंचों पर भारत की

ठीक है, मैं आपके द्वारा मांगे गए तुलनात्मक विश्लेषण को एक टेबल के रूप में प्रस्तुत करती हूँ। यह टेबल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), और क्षेत्रीय दलों के विकास कार्यों (सकारात्मक प्रभाव) और बेकार कार्यों (नकारात्मक प्रभाव) को उनके प्रभाव क्षेत्र के आधार पर 100% मानकर दर्शाएगी। सकारात्मक प्रभाव से नकारात्मक प्रभाव घटाकर अंतिम स्कोर निकाला गया है। फिर, सकारात्मक प्रभाव के आधार पर ऊपर से नीचे क्रम दिया गया है।

संगठन/दलप्रभाव क्षेत्रसकारात्मक प्रभाव (%)नकारात्मक प्रभाव (%)कुल प्रभाव स्कोर (%)विकास कार्य (संक्षेप)बेकार कार्य (संक्षेप)क्रम
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)राष्ट्रीय और कई राज्यों में शासन80%20%60%जीएसटी, मेक इन इंडिया, आयुष्मान भारत, भारतमाला, स्मार्ट सिटी, पूर्वोत्तर विकासनोटबंदी, बेरोजगारी (16.8% 2022 में), सामाजिक ध्रुवीकरण1
आम आदमी पार्टी (आप)दिल्ली और पंजाब में शासन75%35%40%दिल्ली में स्कूल सुधार, मोहल्ला क्लीनिक, मुफ्त बिजली-पानी, पंजाब में स्वास्थ्य2025 में दिल्ली हार, राष्ट्रीय विस्तार में कमजोरी, आंतरिक कलह2
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)सामाजिक, सांस्कृतिक, स्वयंसेवी गतिविधियाँ65%25%40%विद्या भारती स्कूल, सेवा भारती, आपदा राहत, सामाजिक समरसताध्रुवीकरण की आलोचना, प्रत्यक्ष नीति में सीमित प्रभाव3
क्षेत्रीय दल (टीएमसी, डीएमके, बीजद, आदि)अपने राज्यों में शासन55%45%10%कन्याश्री (टीएमसी), मुफ्त लैपटॉप (डीएमके), आपदा प्रबंधन (बीजद)राष्ट्रीय प्रभाव की कमी, हिंसा/वंशवाद के आरोप, असमान विकास4
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसऐतिहासिक शासन, कुछ राज्यों में सत्ता50%45%5%1991 उदारीकरण, मनरेगा, इसरो, सर्व शिक्षा अभियानभ्रष्टाचार के आरोप (2G, कोयला), नीतिगत ठहराव, क्षेत्रीय असमानता5

नोट्स:

  1. सकारात्मक प्रभाव: आर्थिक सुधार, बुनियादी ढांचा, सामाजिक कल्याण, शिक्षा, स्वास्थ्य, आदि में योगदान।
  2. नकारात्मक प्रभाव: नीतिगत विफलताएँ, सामाजिक/आर्थिक नुकसान, या विवाद।
  3. कुल प्रभाव स्कोर: सकारात्मक प्रभाव (%) - नकारात्मक प्रभाव (%)।
  4. क्रम: सकारात्मक प्रभाव (%) के आधार पर, सबसे ज्यादा ऊपर, सबसे कम नीचे।

निष्कर्ष: बीजेपी ने राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा विकास किया, खासकर आर्थिक सुधार और बुनियादी ढांचे में। आप ने दिल्ली और पंजाब में प्रभावी काम किया, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर कमजोर। आरएसएस का सामाजिक-सांस्कृतिक योगदान मजबूत है, पर नीति निर्माण में सीमित। क्षेत्रीय दलों का प्रभाव उनके राज्यों तक सीमित है। कांग्रेस का ऐतिहासिक योगदान है, लेकिन हाल के वर्षों में प्रभाव कम हुआ।

Tuesday, 19 August 2025

GATE 2026: Yash Bakode's New Beginning in Computer Science After Mechanical Engineering

Yash Bakode completed his mechanical engineering from SATI College Vidisha in 2025 and after completing it, he joined GATE Computer Science Coaching and started preparing for GATE CSE exam. He was interested in computers. He will appear for GATE CSE exam for the first time in 2026.

Yash Bakode AI photos